बिहार विधानसभा में सियासी संग्राम: बजट, आरक्षण और कानून-व्यवस्था पर घमासान
बिहार विधानसभा में सियासी संग्राम: बजट, आरक्षण और कानून-व्यवस्था पर घमासान**
बिहार विधानसभा के बजट सत्र का तीसरा दिन भी हंगामे से भरा रहने वाला है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरक्षण, कानून-व्यवस्था और बजट को लेकर तीखी नोकझोंक जारी है। कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने बिहार में लॉ एंड ऑर्डर पर विधानसभा में चर्चा की मांग को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव पेश किया। वहीं, विपक्ष की ओर से जातीय सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर बढ़े हुए आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग जोर पकड़ रही है। सदन के अंदर जहां बहस गर्म हो रही है, वहीं बाहर विपक्ष के विधायकों ने जमकर प्रदर्शन किया।
सत्र की शुरुआत में ही आरजेडी विधायक ललित यादव ने सदन में सत्तापक्ष की कम संख्या पर तंज कसते हुए कहा कि अगर आज वोटिंग हुई तो सरकार गिर सकती है। इस पर मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जवाबी हमला करते हुए कहा, *"हमारी सरकार को चाहने वाले लोग सिर्फ इधर ही नहीं, उधर भी बैठे हैं।"* सत्ता पक्ष की इस टिप्पणी के बाद सदन में हलचल और तेज हो गई।
**विधानसभा परिसर में प्रदर्शन और विपक्ष का आक्रामक तेवर**
सदन शुरू होने से पहले विधानसभा परिसर में विपक्षी नेताओं ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। सीपीआई (एम) के विधायकों ने केरल की तर्ज पर बिहार में सामाजिक सुरक्षा पेंशन ₹3,000 करने और गरीबों को 10 किलो अनाज देने की मांग की। हाथों में पोस्टर लेकर प्रदर्शन कर रहे विधायक अजय कुमार ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, *"नेताओं को सिर्फ अस्पताल की बड़ी-बड़ी बिल्डिंग नजर आती हैं, लेकिन गरीबों की थाली में कितना भोजन है, यह उन्हें दिखाई नहीं देता।"*
**बजट को लेकर विपक्ष का वार, झुनझुना और लॉलीपॉप लेकर पहुंचे विधायक**
बिहार के बजट 2025 को लेकर विपक्षी नेताओं ने सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सोमवार को पेश किए गए बजट के खिलाफ आरजेडी के विधायक मुकेश रोशन अनोखे अंदाज में विरोध जताते हुए विधानसभा में लॉलीपॉप और झुनझुना लेकर पहुंचे। बाहर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, *"बिहार सरकार ने बजट में जनता को लॉलीपॉप दिखाया है, असल में इसमें कुछ भी नहीं है।"*
कांग्रेस ने भी बजट पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें आम जनता की समस्याओं का कोई समाधान नहीं दिया गया। बिहार कांग्रेस का आरोप है कि बजट में दो करोड़ बिजली उपभोक्ताओं के लिए कोई राहत नहीं दी गई है, यानी बिजली के मौजूदा दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। पेट्रोल-डीजल पर भी सरकार ने वैट में कोई कटौती नहीं की, जिससे जनता को कोई राहत नहीं मिलने वाली है। वहीं, स्टांप ड्यूटी में भी कोई संशोधन नहीं किया गया, जिससे व्यापारियों और रियल एस्टेट सेक्टर को झटका लगा है।
**पुष्पम प्रिया चौधरी का हमला: "बिहार परजीवी ही बना रहा"**
बजट को लेकर जन अधिकार पार्टी की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी ने भी सरकार पर करारा प्रहार किया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, *"बिहार का बजट फिर से निराशाजनक है। अभी भी 73% पैसा केंद्र से आ रहा है और अपने स्रोत से मात्र 27% जुटाया जा रहा है। गुजरात खुद से 73%, तमिलनाडु 76% और यहां तक कि यूपी भी 46% जुटा लेता है। लेकिन 20 सालों में भी बिहार परजीवी ही बना रहा—कमाने में भी, खाने में भी।"*
**विधानसभा में तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार के भाषण पर सबकी नजरें**
आज दोपहर 2 बजे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का भाषण होगा। इस दौरान वह सरकार के बजट और नीतियों पर तीखा हमला कर सकते हैं। चर्चा के अंत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन को संबोधित करेंगे और विपक्ष के आरोपों का जवाब देंगे। ऐसे में तीसरे दिन भी विधानसभा में जोरदार बहस और हंगामे के पूरे आसार हैं।
**विपक्ष के तीखे सवालों का सामना करेगी सरकार**
बिहार विधानसभा के बजट सत्र का आज तीसरा दिन है और यह साफ है कि सरकार को विपक्ष के तीखे सवालों और आक्रामक विरोध का सामना करना पड़ेगा। विपक्ष आरक्षण, कानून-व्यवस्था, बजट और जनकल्याणकारी योजनाओं पर सरकार की जवाबदेही तय करने के लिए पूरी तरह तैयार है। दूसरी ओर, सत्ता पक्ष अपने विकास कार्यों और योजनाओं को गिनाते हुए विपक्ष के आरोपों को खारिज करने की कोशिश करेगा।
बिहार की सियासत में गरमाहट बढ़ रही है और विधानसभा का यह सत्र आने वाले दिनों में और ज्यादा राजनीतिक उठापटक का गवाह बन सकता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि सरकार विपक्ष के हमलों का कैसे जवाब देती है और किस तरह से अपने फैसलों का बचाव करती है।
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